साहित्य

बच्चन सिंह को जितना मैंने जाना …..

मैं आदरणीय बच्चन सिंह जी का शुरू से प्रशंसक रहा हूँ। वजह साफ़ है। उनका अति सक्रिय होना। वे मौलिक रूप से तो थे पत्रकार , लेकिन साहित्यकार होना उनकी मौलिकता से बाहर न था। वे विभिन्न अखबारों में गुरुतर दायित्व निभाने के साथ ही एक समय ऐसा भी आया Read more…